Pregnancy Diet Chart in hindi: प्रेगनेंसी डाइट चार्ट इन हिंदी 2023

प्रेगनेंसी डाइट चार्ट इन हिंदी (Pregnancy Diet Chart in hindi), गर्भवती महिलायें 1 से 9वें महीने तक क्‍या खाएं, क्या नहीं खाना चाहिए, भोजन, आहार, प्रेग्नेंट वीमेन डाइट चार्ट, गर्भावस्था आहार चार्ट (Indian pregnancy diet chart month by month in Hindi, 1st to 9th Month kya khaye, Pregnant Mother Diet Chart, Lady Food chart)

दोस्तों, एक महिला के जीवन में सबसे खूबसूरत पल वो होता है जब उसे पता चलता है कि वह गर्भवती है. जब ये गुड न्यूज़ उन्हें मिलती है तो उसी पल से वे अपने एवं अपनी गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों का खास ख्याल रखना शुरू कर देती हैं. ऐसे में उनके मन में यह सवाल उठते हैं कि उन्हें इस गर्भवस्था के दौरान क्या करना चाहिए?, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए? गर्भवती महिलाओं के लिए आज इस लेख में हम उन्हें गर्भवस्था के पहले महीने से नौवे महीने तक (Pregnancy Diet Chart in hindi) क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इसकी जानकारी लेकर आये हैं.  

Pregnancy Diet Chart in hindi

Table of Contents

गर्भवती महिलायें 1 से 9वें महीने तक क्‍या खाएं (Pregnancy Diet Chart in hindi)

गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अपने खान-पान (Pregnancy Diet Chart in hindi) का विशेष ध्यान रखना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के 1 से 9वें महीने की डाइट में निम्न चीजें शामिल करनी चाहिए.

दूध एवं उससे बने पदार्थ

दूध एवं दूध से बने पदार्थ जैसे कि छाछ, पनीर, घी, मक्खन, दही आदि में कैल्शियम, प्रोटीन एवं कई सारे विटामिन्स होते हैं, जोकि महिलाओं के शरीर को फिट रखने में मददगार होते हैं साथ ही उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए भी फायदेमंद है.

अगर आपको गर्भवस्था में गैस एवं पेट फूलने जैसा लग रहा है, तो इसके कारण एवं इसका ईलाज यहां जानें.

सभी तरह की दालें एवं साबुत अनाज

गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान सभी प्रकार की दालों एवं साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए. क्योकि इससे उस महिला को ऊर्जा मिलती है, जोकि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास और उसकी हड्डियाँ मजबूत करने के लिए आवश्यक है. 

फल

फलों का सेवन पहले महीने से नौवे महीने तक रोजाना करना चाहिए. क्योकि इससे महिला के शरीर में पोषक तत्वों की कमी दूर होती है, साथ ही फलों में मौजूद फाइबर एवं विटामिन बच्चे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. लेकिन शुरूआती 3 महीने में गर्भवती महिलाओं को खट्टे फलों से परहेज करना चाहिए. दोस्तों गर्भवती महिलाओं को फलों का सेवन तो करना ही चाहिए, लेकिन उसमें विशेष रूप से केला, अनार एवं चुकंदर हो तो बेहतर है, क्योकि यह गर्भवस्था के दौरान होने वाली खून की कमी को दूर करते हैं.

मछली

यदि गर्भवती महिला मांसाहारी है तो उन्हें अपनी डाइट में मछली अवश्य शामिल करनी चाहिए, क्योकि इसमें ओमेगा-3 होता है, जोकि बच्चे और गर्भवती महिला दोनों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मददगार होता है. और इससे बच्चे का विकास भी अच्छे से होता है. यदि महिला शाकाहारी है तो उन्हें अलसी के बीज एवं अखरोट खाना चाहिए क्योकि उसमें भी ओमेगा-3 होता है. मांसाहारी महिलायें गर्भावस्था के दौरान नॉन वेज खाना खा सकती है, लेकिन यह अधिक मसालेदार नहीं होना चाहिए.

अंडा

अंडा भी उन्हें अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. इसमें मौजूद प्रोटीन, विटामिन, मिनरल एवं पोषक तत्व गर्भवती महिला एवं उनके बच्चे के लिए अच्छे हैं. इससे कमजोर भी दूर होती है, और डिलीवरी के समय भी कम परेशानी होती है.

गर्भवस्था में कैल्शियम की कमी होना आम बात हैं लेकिन इस कमी के होने के लक्षण एवं इसे दूर करने के कुछ उपाय आप यहां पढ़ सकते हैं.

तरल पदार्थ (पानी, जूस, सूप, नारियल पानी)

गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था (Pregnancy Diet Chart in hindi) के समय हाइड्रेटेड रहना बहुत ही आवश्यक है, इसके लिए जरूरी होगा कि वे ज्यातर तरल पदार्थों का सेवन करें. तरल पदार्थों में वे भरपूर मात्रा में पानी, फलों के जूस, सूप एवं नारियल पानी को आवश्यक रूप से शामिल करें.  

बटर, मक्खन या गाय का शुद्ध घी

फैट शरीर में ऊर्जा बढ़ाने एवं बच्चे के विकास के लिए जरुरी होता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट में फैट वाली चीजें जैसे बटर, घी एवं मक्खन को शामिल करना चाहिए. लेकिन इसका सेवन 7 महीने में कम से कम करना चाहिए, लेकिन आखिरी 2 महीने में इसका सेवन रोजाना करना चाहिए. यह इसलिए भी जरुरी है क्योकि इससे डिलीवरी के समय बहुत मदद मिलती है. इसका सेवन अधिक करने से नॉर्मल डिलीवरी (Pregnancy Diet Chart in hindi) में आसानी होती है. सबसे खास बात आपको बता दें कि इससे आपके शरीर की चमक डिलीवरी के बाद भी बरकरार रहेगी.

हरी सब्जियां

गर्भवस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में खून की कमी भी होती है. ऐसे में जरूरी होगा कि वे महिलाएं आयरन युक्त चीजों का सेवन प्रचुर मात्रा में करें. इसके लिए वे हरी सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली, भिंडी आदि का सेवन कर सकती हैं. साथ ही फल एवं उसके जूस भी आयरन की कमी को पूरी करने में सहायक होते हैं.

ड्राई फ्रूट्स

आयरन की कमी को दूर करने के लिए ड्राई फ्रूट्स खाना भी फायदेमंद हो सकता है. लेकिन इसे भी आपको शुरूआती 3 महीने के बाद ही खाना शुरू करना चाहिए. क्योकि ड्राई फ्रूट्स गर्म करते हैं. और शुरूआती 3 महीने (Pregnancy Diet Chart in hindi) में गर्म तासीर वाली चीजें नहीं खाना चाहिए. ड्राई फ्रूट्स में आप अंजीर, खारक, अखरोट आदि खाए तो बेहतर होगा. ड्राई फ्रूट्स खाने से बच्चे के मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है.

पूरी गर्भवस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए खास टिप्स के बारे में जानना आवश्यक होता है. आप यहाँ से इसके बारे में जान सकती हैं.

अंकुरित अनाज

पोषक तत्वों की बात करें तो अंकुरित अनाज खाना सबसे ज्यादा बेहतरीन है. इसके लिए आप अंकुरित छोले, चने, मूंग आदि खा सकते है.

ग्रीन टी

गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को चाय पीना अवॉयड करना चाहिए लेकिन यदि वे चाय पीने के शौकीन है तो उनके लिए ग्रीन टी बेहतरीन विकल्प हो सकता है. क्योकि यह शरीर को तरोताजा रखती है, और सेहत के लिए फायदेमंद भी है.

कच्चा नारियल

गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को कच्चा नारियल खाना चाहिए, इससे बच्चे का कलर साफ होता है यानि कि वह गोरा पैदा होता है.

बादाम केसर का दूध

प्रेगनेंसी के दौरान 3 से 6 महीने में बच्चे का विकास तेजी से होता है, उसके शरीर के अंग बन चुके होते हैं. इस दौरान आपको बादाम केसर का दूध पीना चाहिए. इससे बच्चे की हड्डियाँ मजबूत होती हैं, साथ ही वह गोरा भी पैदा होता है.

गर्भवती महिलायें 1 से 9वें महीने तक क्‍या नहीं खाएं

गर्भवती महिलाओं को 1 से 9वें महीने तक अपनी डाइट में निम्न चीजें अवॉयड करनी चाहिए.

घी का सेवन

गर्भवती महिलाओं को शुरू के 3 महीने में घी का सेवन नहीं करना चाहिए. लेकिन 7वें महीने (Pregnancy Diet Chart in hindi) के बाद इसका सेवन रोजाना करना है, क्योकि इससे डिलीवरी में आसानी होती है.

खट्टे फल

गर्भवस्था के दौरान खट्टे फल जैसे अंगूर, अनानास और पपीता का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. क्योकि इससे गर्भपात होने के चांस बढ़ जाते हैं.

विटामिन सी युक्त चीजें

प्रेगनेंसी में विटामिन सी का सेवन शुरूआती 3 महीने तक नहीं करना चाहिए. इसके बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं.

कॉफ़ी एवं कोल्डड्रिंक

प्रेगनेंसी में कॉफ़ी एवं कोल्डड्रिंक का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. कॉफ़ी में मौजूद कैफीन और कोल्डड्रिंक में मौजूद सोडा बच्चे के लिए हानिकारक होता है.

नशीले पदार्थ

नशीले पदार्थों का सेवन महिलाओं को गर्भवस्था (Pregnancy Diet Chart in hindi) के समय भूल कर भी नहीं करना चाहिए. क्योकि यह बच्चे के लिए नुकसानदायक है.

जंक फूड एवं बाहर की चीजें

जंक फूड या बाहर के खाने से फूड पॉयजन जैसी समस्या हो सकती है, ऐसे में इसे भी को अवॉयड करना चाहिए.

गर्म तासीर वाला खाना

शुरूआती 3 महीने में गर्म तासीर वाला कुछ भी खाना या पीना चाहिए, क्योकि इससे गर्भपात हो सकता है.

खट्टी एवं मसालेदार चीजें

महिलाओं को गर्भवस्था के समय खट्टी चीजें खाने का मन करता है ऐसे में उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि वह अधिक मसालेदार न हो, और यह कम से कम मात्रा में खाएं.

बच्चा हो जाने के बाद माता-पिता अपने बच्चों को पेरेंटिंग टिप्स इन हिंदी जरुर दे, इससे आपका बच्चा संस्कारी बनेगा और उसमें अच्छी आदतें आएँगी.

गर्भवती महिलाओं को 1 से 9वें महीने तक ध्यान देने योग्य विशेष बातें

  • गर्भावस्था के शुरू के 3 महीने जिसे पहली तिमाही भी कहा जाता है, में महिला के शरीर में बहुत सारे परिवर्तन एवं मूड में बदलाव होता है. उन्हें कभी खट्टा खाने का मन करता है तो कभी मीठा खाने का मन करता है. ऐसे में महिला को जो पसंद आता है और जो खाने का मन करता है वही खाना चाहिए. लेकिन इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि वह उनकी सेहत के लिए फायदेमंद एवं पोषणयुक्त हो.  
  • गर्भवस्था के दौरान आपको ज्यादा रात में खाना नहीं खाना है और सोने से कम से कम 2 घंटे पहले खाना खा लेना है.
  • गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ-कुछ खाते रहना चाहिए, उन्हें भूखे बिलकुल नहीं रहना चाहिए और समय पर खाना खाना चाहिए.
  • पानी भरपूर मात्रा में पीना चाहिए, इसमें कमी बिलकुल भी नहीं करना चाहिए.

इस तरह से महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान अपने खाने-पीने का खास ध्यान रखना चाहिए. क्योकि यह सिर्फ उनकी सेहत के लिए ही नहीं बल्कि उनके बच्चे की सेहत के लिए भी आवश्यक है.

Note – उपर बताई गई बातें हमने अपने अनुभव और इन्टरनेट से निकाल कर लिखी है. आप कोई भी पदार्थ उपयोग करने से पहले किसी बड़े या डॉक्टर की सलाह ले लें.

FAQ

गर्भवती महिला को 9 महीने क्या खाना चाहिए?

पोषक तत्व, कैल्शियम, विटामिन एवं सभी मिनरल युक्त चीजें.

गोरा बच्चा पैदा करने के लिए क्या खाना चाहिए?

नारियल पानी एवं कच्चा नारियल

प्रेगनेंसी के 9वें महीने में नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या खाएं?

गाय का शुद्ध घी, बटर या मक्खन

प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए?

नशीले पदार्थ, कोल्डड्रिंक, कॉफ़ी, खट्टे फल जैसे अनानास, अंगूर एवं पपीता आदि.

प्रेगनेंसी में सुबह कितने बजे उठना चाहिए?

7 बजे

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