गर्भावस्था में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय, कारण लक्षण

गर्भावस्था में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय, क्या खाएं, प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन लेवल स्तर कम होने के लक्षण, घरेलु नुस्खे (Pregnancy me hemoglobin kitna hona chahiye, how to increase hemoglobin in pregnancy in hindi, hb level chart during pregnancy, causes)

दोस्तों, गर्भावस्था में महिलाओं को अपना खास खयाल रखना चाहिए। उन्हें समय समय पर अपना चेक अप करवाते रहना चाहिए। दरअसल कभी कभार शरीर में कुछ ज़रूरी तत्वों की कमी हो जाती है जिसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। आमतौर पर गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी पाई जाती है। शरीर के सभी अंग सही तरीके से काम करें, इसके लिए हीमोग्लोबिन की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। शरीर में प्रोटीन, विटामिन,आदि की कमी होने से हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। गर्भवती स्त्रियों के लिए हीमोग्लोबिन का स्तर (Hemoglobin Level) कम होना काफी नुकसानदेह हो जाता है। इससे गर्भवती महिलाओं को एनीमिया का शिकार भी होना पड़ता है। गर्भवती महिलाओं को आम लोगो के मुकाबले अधिक आयरन और खून की जरूरत होती है, ताकि उनके अंदर पल रहे शिशु का समुचित विकास हो सके। आज के हमारे इस लेख में हम आपको प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय बतलाने जा रहे हैं। ये उपाय आपको खून की कमी और हीमोग्लोबिन के घटते स्तर से छुटकारा दिलवाने में कारगर हो सकते हैं।

how to increase hemoglobin pregnancy

Table of Contents

हीमोग्लोबिन क्या है? (What is Hemoglobin)

हीमोग्लोबिन मानव शरीर में मौजूद खून की लाल कोशिकाओं में पाया जाता है। इसका काम शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाना है। इसकी कमी होने से एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। आम तौर पर भोजन में आयरन की कमी हीमोग्लोबिन कम कर देती है। जानकारों के मुताबिक, हीमोग्लोबिन का स्तर अठारह साल से अधिक उम्र वालों के लिए 13.6 से 17.7 के बीच होना चाहिए।जबकि जानकारों की मानें तो एक गर्भवती महिला के शरीर में इग्यारह से पंद्रह ग्राम हीमोग्लोबिन रहना चाहिए। ऐसा होना ज़रूरी इसलिए है कि गर्भवास्था में महिला के शरीर में रेड ब्लड सेल्स कम होने लगते हैं क्योंकि गर्भवती के शरीर में मौजूद रक्त और हीमोग्लोबिन शिशु के विकास में भी काम आते हैं।अगर किसी गर्भवती महिला का हीमोग्लोबिन इग्याराह से अधिक है तो ये काफी हद तक संतोषजनक है।

ये जानें: गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी के लक्षण और कैसे कर सकते हैं इसकी कमी दूर, यहां बताए गए उपाय आपके लिए उपयोगी हो सकते हैं।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन क्यों है ज़रूरी? (Hemoglobin in Pregnancy)

गर्भवती महिलाओं को सामान्य लोगो की तुलना में अधिक आयरन और खून की जरूरत होती है। ताकि उनके अंदर पल रहे शिशु का पूर्णरूप से विकास हो सके। हिमोग्लोबिन आपके फेफड़ो से ऑक्सीजन लेकर पूरे शरीर में फैलाता है। इसकी कमी होने से गर्भ में पलने वाले भ्रूण के लिए खतरा पैदा हो सकता है। यदि किसी गर्भवती महिला का हीमोग्लोबिन स्तर (Hemoglobin level) कम होगा तो हो सकता है कि उसका शिशु कम वजन का हो। साथ ही साथ हीमोग्लोबिन की कमी समय से पहले भी डिलीवरी करवा सकती है।

प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण (Symptoms)

हीमोग्लोबिन अगर आपके शरीर में कम होता है तो इसके लक्षण आपके शरीर में दिखने शुरू हो जाते है। आपको इन लक्षण को सही समय में पहचानना होगा ताकि सही समय में इसका इलाज भी शुरू हो सके। गर्भवती महिलाओं को तो विशेष इस बात का ध्यान रखना चाहिए। यहां हम आपको कुछ लक्षण बता रहे है जो ये बताते है कि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है।

  • धड़कन का तेज धीमा चलना हीमोग्लोबिन की कमी की निशानी है।
  • सिर में अगर बार बार आपको दर्द महसूस होता है तो भी ये एक लक्षण है। 
  • अगर आपका ध्यान किसी भी चीज में कम हो गया है, आपकी एकाग्रता कम हो गई है तो भी आप ध्यान दे।
  • कमजोरी महसूस होना।
  • स्किन का पीला होना।

और भी जानें: गर्भावस्था में गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए घरेलु नुस्खे.

गर्भावस्था में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय (How to increase hemoglobin in pregnancy) 

  • अपने खाने में बाजरा, गेहूं, ओट्स जैसे अनाज को दे स्थान।
  • आप नियमित रूप से किशमिश, बादाम, पी नट, खजूर आदि का सेवन भी कर सकती हैं।
  • अपने आहार में फल और सब्जियों को नियमित रूप से शामिल करें। स्प्राउट्स, ब्रोकोली, टमाटर, मटर आपके लिए लाभकारी हैं।
  • आयरन से युक्त भोजन को दिनचर्या में शामिल करें। आयरन खून की लाल कोशिकाओं के निर्माण में सहायक है।
  • आप अपने चिकित्सक से परामर्श ले कर सप्लीमेंट्स भी ले सकती हैं।
  • गर्भवती स्त्रियां दालों का सेवन ज़रूर करें। दालों में आयरन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है।
  • गर्भवती महिला के सही पोषण का खयाल रखें। रेड मीट, मछली, अंडा आदि में आयरन से संबंधित पोशाक तत्व होते हैं। इनसे गर्भवती महिला के शरीर को लाभ मिलता है।
  • कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज आदि में आयरन की मात्रा भरपूर है।
  • चुकंदर, केला, गाजर, अमरूद, संतरा, टमाटर आदि में भी खून की कमी को दूर भागने के लिए ज़रूरी तत्व मौजूद हैं।
  • कुछ जानकार फॉलिक एसिड के सेवन की भी सलाह देते हैं।
  • महिलाओं को गुड़ खाने और गुड़ युक्त चाय पीने की सलाह भी दी जाती है।

गर्भवती महिलाओं को अपने होनेवाले शिशु के समुचित विकास के लिए अपने शरीर में हो रही खून की कमियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। ऊपर बताए गए उपाय सरल हैं। इन्हें प्रयोग में ला कर हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता है। भोजन में आयरन युक्त पदार्थों का सेवन करने से हीमोग्लोबिन की कमी दूर की जा सकती है। साथ ही अगर आप कोई सप्लीमेंट या दवा लें तो पहले अपने चिकित्सक से सलाह मशवरा अवश्य करें।

नोट: ऊपर बताए गए उपायों को अनुभव व इंटरनेट पर उपलब्ध लाभकारी तथ्यों को ध्यान में रख कर लिखा गया है, किंतु इन्हे प्रयोग में लाने से पहले चिकित्सकों और अनुभवी लोगों से परामर्श ज़रूर लें।

FAQs

गर्भवती महिलाओं को खून की कमी है तो क्या करें?

महिला के सही पोषण का खयाल रखें। रेड मीट, मछली, अंडा आदि में आयरन से संबंधित पोशाक तत्व होते हैं। इनसे गर्भवती महिला के शरीर को लाभ मिलता है।

प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए क्या क्या खाना चाहिए?

दाल, मटर, ब्रोकोली, पी नट आदि।

गर्भवती महिला के शरीर में कितना खून होना चाहिए?

औसतन बारह ग्राम खून।

सबसे ज़्यादा खून बढ़ाने वाला फल कौन सा है?

अनार। चुकंदर, केला, गाजर, अमरूद, संतरा, टमाटर आदि में भी खून की कमी को दूर भागने के लिए ज़रूरी तत्व मौजूद हैं।

हीमोग्लोबिन का स्तर जल्दी कैसे बढ़ाएं?

आयरन से युक्त भोजन को दिनचर्या में शामिल करें। आयरन खून की लाल कोशिकाओं के निर्माण में सहायक है।

खून बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

आयरन से युक्त भोजन को दिनचर्या में शामिल करें। अनार जैसे फलों को खाए।

प्रेग्नेंसी में ब्लड कितना प्वाइंट होना चाहिए?

11-15

हिमोग्लोबिन का कौन सा स्तर खतरनाक रूप से कम है?

पांच ग्राम प्रति डेसिलिटर से कम खतरनाक होता है। महिलाओं के लिए बारह से सोलह तक का स्तर खतरे से दूर रखता है।

गर्भावस्था के दौरान एक हफ्ते में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाएं?

हरी सब्जियां, दालें, ड्राई फ्रूट्स खाकर

और पढ़ें:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top