हिंदी में भाषण कैसे दें: Speech Writing in hindi 2023

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हिंदी बड़ी ही सरल भाषा है। अपनी बातें औरों तक पहुंचाने का ये एक अच्छा माध्यम है। वैसे आजकल ज्यादातर मौकों पर हम शुद्ध रूप से हिंदी में बात नहीं करते। हमारी बोली में हिंदी के साथ साथ अंग्रेज़ी,क्षेत्रीय भाषाओं की झलक दिखने लगती है।

मगर हमें वाद विवाद प्रतियोगिता, संगोष्ठी आदि जैसे विभिन्न मौकों पर शुद्ध हिंदी में बात करनी पड़ सकती है। ऐसे में हम आज आपके लिए एक ऐसा लेख ले कर आएं हैं जिसमें हिंदी में भाषण (Speech Writing in hindi) देने के लिए ज़रूरी टिप्स, ट्रिक्स, सैंपल आदि की जानकारियां आप तक पहुंचाएंगे। इस लेख की मदद से आप हिंदी में भाषण की तैयारी आराम से कर सकते हैं।

Speech Writing in hindi

हिंदी स्पीच (Speech Writing in hindi)

दोस्तों, भाषण (Speech Writing in hindi) देना एक ऐसी कला है जिसमें हमें अपने विचारों को गठित कर धाराप्रवाह बोलना होता है और साथ ही सुनने वाले दर्शकों तक अपनी बातों को सरलता से पहुंचाना पड़ता है। 

भाषण अक्सर किसी विषय पर वक्ता के विचारों को दर्शाता है। भाषण किसी रैली, समारोह, प्रचार, प्रतियोगिता आदि में दिए जाते हैं। इनका मूल उद्देश्य एक खास विचार को श्रोताओं तक पहुंचाना है।

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भाषण कैसे शुरू करें

  • भाषण की शुरुआत में सबसे पहले वहां मौजूद दर्शकों का अभिनंदन करें।
  • इसके बाद अपने विषय (Speech Writing in hindi) से जुड़ी कोई कहानी, कविता या कोट को दमदार तरीके से बोलते हुए अपनी बात शुरू करें।
  • दोस्तो, अगर आप किसी कहानी या कविता से अपनी बात शुरू करेंगे तो श्रोताओं का ध्यान आकर्षित होगा और वो आगे की बातों को ध्यान से सुनेंगे।

भाषण के लिए विषय (Best topics for speech in hindi)

भाषण के लिए विषय का चुनाव करते वक्त इन बिंदुओं पर ध्यान दें:

  • अगर आप किसी विशेष अवसर पर जैसे कि गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस आदि के मौके पर भाषण (Speech Writing in hindi) दे रहे हो तो इन अवसरों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विषय वस्तु का चुनाव करें।
  • अगर आप बगैर किसी तैयारी के किसी मुद्दे पर भाषण देने जा रहे हैं तो ऐसे विषयों पर बोलें जिन पर आप की पकड़ अच्छी हो।
  • दोस्तो, ऐसे तथ्यों को बोलने से बचे जिनके बारे में आप पूर्णतया आश्वस्त न हों।
  • विषय चुनने से पहले बोलने का उद्देश्य समझ लें। उदाहरण के तौर पर अगर किसी विदाई समारोह में भाषण देना होगा तो आप विदा होते व्यक्ति विशेष की उपलब्धियों को विषय का आधार बनाएं।
  • भाषण का विषय चुनते समय इस बात का खास खयाल रखें कि आपके श्रोता किस आयु, वर्ग, रुचि आदि से संबंधित है। उदाहरण के तौर पर अगर आप बच्चों को संबोधित कर रहे हों तो उनके हिसाब से भाषण तैयार करें। अगर ऑडियंस में युवा वर्ग सम्मिलित होगा तो उनकी रुचियों को ध्यान में रखते हुए विषय चुनें।

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भाषण का नमूना (Hindi speech writing format)

अगर आप किसी अवसर, स्कूल कॉलेज, ऑफिस आदि में भाषण देने जा रहे हों तो भाषण का ऐसा नमूना आपके काम आ सकता है:

(सबसे पहले अतिथिगण के प्रति अपना आभार प्रकट करें…)

“शुक्रिया आप सभी का 

 जो अपना वक्त आपने मुझे दिया

 शुक्रिया आप सभी का

 जो मेरी भावनाओं को व्यक्त करने का

मुझे ये खास मौका दिया”

  • अपने प्यारे श्रोताओं का धन्यवाद करते हुए मैं “विषय” पर अपना पक्ष रखने जा रही हूं/जा रहा हूं। उम्मीद है मैं इस अवसर के समुचित न्याय कर पाऊंगी/पाऊंगा। 
  • फिर अपनी बात किसी कहानी या घटना के ज़िक्र के साथ आगे बढ़ाएं….
  • अगर आपको किसी प्रभावशाली व्यक्तित्व से जुड़ा कोई कोट याद आ रहा तो उसे बोलें..
  • विषय से जुड़े तथ्यों को सामने रख कर आप अपनी बात किसी कविता से खत्म कर सकते हैं…
  • भाषण (hindi speech) के अंत में भी श्रोताओं को धन्यवाद करना ना भूलें। हिंदी दिवस के बारे में आप यहाँ पढ़ें.

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हिंदी दिवस पर भाषण 2023 हिंदी में (Hindi Diwas par Bhashan)

आदरणीय अतिथिगण और प्यारे मित्रों को मेरा अभिनंदन!!

आज हिंदी दिवस के सुअवसर पर मुझे आप सब के समक्ष दो शब्द रखने का ये सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है। सबसे पहले मैं हिंदी की सहजता और सुंदरता को इन शब्दों के माध्यम से व्यक्त करना चाहूंगी/चाहूंगा…


” हिंदी भाषा ही नहीं,
बल्की एक भाव है
बहते हुए विचारों का
एक सुंदर, सहज बहाव है…”

जी हां दोस्तों। हिंदी भाषा भारतीयों के लिए किसी धरोहर से कम नहीं। सैंकड़ों सालों से हिंदी भारत की पुण्यभूमि पर हो रहे उतार चढ़ाव की प्रत्यक्षदर्शी रही है।


भारत में सबसे अधिक बोले जानेवाली भाषा बन वर्तमान में अपना परचम बुलंद कर रही है। दोस्तो, अगर हिंदी की उत्पत्ति और विकास से संबंधित यात्रा पर एक विचार किया जाए तो ये भाषा मध्यकालीन भारतीय संस्कृति के दर्पण के रूप में नज़र आएगी।


कबीर, तुलसी दास, रसखान कैसे कितने ही प्रतिभाशाली कलम वीरों ने हिंदी के विभिन्न रूपों की मदद से अपनी रचनाओं को कालजयी बनाया है। हिंदी साहित्य के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करना स्वयं को गौरवान्वित करने जैसा है।


परंतु दुख की बात है कि वर्तमान में हिंदी अपने उस अधिकार से वंचित है, जिसकी वो भागी है। दुर्भाग्यवश, विदेशी भाषा का ज्ञान आज बौद्धिक विकास का सूचक बन चुका है। इसलिए हिंदी के शुद्ध रूप का प्रयोग अब बिरले ही हो पाता है।


दोस्तो, आज की नई पीढ़ी का ये कर्तव्य है कि हिंदी भाषा की गरिमा का मान रखे। इसके महत्व को समझें और किसी सांस्कृतिक धरोहर की तरह इसका संरक्षण करें, तभी हिंदी दिवस जैसे आयोजनों का औचित्य सिद्ध हो पाएगा।

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टीचर डे स्पीच (Teachers Day Speech in Hindi)

” सुप्रभात दोस्तों, आज हम सभी अपनी पाठशाला के प्रांगण में टीचर्स डे यानि शिक्षक दिवस के विशेष अवसर पर एकत्रित हुए हैं। आज का दिन हमारे शिक्षकों को समर्पित है, जो हमारे व्यक्तित्व निर्माण में एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 5 सितंबर का दिन डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है। डा. राधाकृष्णन देश के दूसरे राष्ट्रपति होने के साथ एक उत्कृष्ट शिक्षक, मार्गदर्शक और विद्वान थे। आज का दिन उनके विराट व्यक्तित्व को याद करने के साथ साथ हर उस शिक्षक के योगदान की ओर इंगित करता है, जो कि हम जैसे साधारण मनुष्यों को ज्ञान तत्व का बोध देते हैं, हमारे जीवन को एक लक्ष्य की ओर बढ़ने में सहायता करते हैं।

दोस्तो, आपने सुना होगा, “गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपकी गोविंद दियो बताए” अर्थात् अगर आपके समक्ष भगवान और गुरु दोनों खड़े हैं , तो आप पहले गुरु के पांव छुएंगे, क्योंकि ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग गुरु ने ही बताया है। जी हां। आपने सही सुना। हमारी कलजयी संस्कृति में गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश की तरह पूज्य बताया गया है। गुरु भक्ति की शक्ति में लिप्त आपने ऐसे कई योद्धाओं के नाम सुने होंगे जिन्होंने इतिहास के पन्नों पर अमरत्व प्राप्त किया है। और इतिहास में ही नही, वर्तमान में भी गुरु की महिमा आदरणीय है। दोस्तो, युग बदल जाएंगे, पर गुरु का स्थान सदैव ही उच्च रहेगा।

आज शिक्षक दिवस के इस महत्वपूर्ण अवसर पर मैं अपने सभी सहपाठियों की तरफ से हमारे शिक्षकों के लिए कुछ कहना चाहूंगा/चाहूंगी:


“आपकी कृपा से शिक्षा के पथ पर
हमारे कदम हैं बढ़ पाए
जो कभी अंधेरा छाया अज्ञान का..
आप ज्ञान के सूरज बन आए
आशीष रहे आपका,
चाहे जीवन डगर पर
कोई मुश्किल आए
मार्गदर्शन रहे आपका तो..
बुद्धि, विवेक की हम कृपा पाएं!”

भाषण की शुरुआत की शायरी (hindi bhashan ki shuruaat)

भाषण (hindi speech) के मौके के हिसाब से शुरुआत की शायरी का चुनाव करें। भाषण की शुरुआत करने के लिए ऐसे कोट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, हम यहां अलग अलग विषयों पर कुछ कोट्स देने जा रहे हैं:

i) “दो पल की ज़िंदगी भी

 क्या खूब वक्त दिखलाती है

 कभी तन्हाई का फीका स्वाद चखाए 

 तो कभी खैर पूछनेवालों की 

महफिल में हमें बुलाती है”

ii) “चलो करें राष्ट्र को प्रणाम

     जो कर गए न्योछावर अपना सर्वस्व

     आओ करें उनको सलाम

     स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर

     मिल कर दें, राष्ट्र हित का पैगाम”

iii) “आज बात की शुरुआत 

      उनको याद कर करूंगी…

      वतन की आबोहवा को सलामत

      रखनेवालों की सलामती की

     फरियाद मैं करूंगी”

पर्यावरण दिवस पर हिंदी भाषण

दोस्तों, एक बार फिर हमारे सामने पांच जून यानि पर्यावरण दिवस आया है। आज का दिन पर्यावरण जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण विषय को समर्पित है। इस विषय पर अपने मन की बात रखने से पहले मैं इस अवसर के लिए धन्यवाद करती हूं।

दोस्तो, पर्यावरण यानि हमें चारों ओर से घेरनेवाला आवरण। प्रकृति बड़ी ही दयालु है। इसने हमें जीवनयापन करने के लिए एक बड़ा ही सुघड़ संरक्षण दिया है। संरक्षण के साथ साथ जीने के लिए ज़रूरी संसाधन भी दिए हैं। इन संसाधनों में पेड़, पौधे, मिट्टी, पानी, हवा, अन्य जीव आदि सभी गिने जाते हैं। इनकी मदद से हम मनुष्यों का जीवन बड़ा ही आसान बन जाता है।

पर दुख की बात ये है कि आम जीवन में हम प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करना भूल जाते हैं। शायद इसलिए हमें एक ऐसा दिन चुनना पड़ रहा है जब प्रकृति और पर्यावरण पर चर्चा हो पाए। दरअसल, ये चर्चा एक दिन तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए। पर्यावरण के प्रति जागरूकता हमारी आदत का हिस्सा होना चाहिए।

दोस्तों, आज इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमें पेड़, पौधे, पशु, पक्षी, जल, थल, आदि सभी के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वाह का प्रण लेना होगा। अथवा इस दिन को मनाने का कोई औचित्य नहीं रहेगा। हमें व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करना होगा, चाहे बात साफ सफाई की हो या पेड़ पौधों के रोपाई की..हमें दूसरों को सिखाने से पहले स्वयं पहल करनी होगी, तभी जा कर पर्यावरण दिवस का लक्ष्य पूरित होगा।

धन्यवाद

(आप भाषण में पर्यावरण दिवस पर कविता भी सुना सकते हैं।)

मोटिवेशनल स्पीच इन हिंदी

दोस्तों, जीवन में ऐसे कई क्षण आते हैं जब हम स्वयं पर भरोसा खो देते हैं। हमारी सोच पर नकारात्मक विचारों का प्रभाव रहता है। ऐसा कई परिस्थितियों के कारण हो सकता है। कई बार हम किसी मनचाही नौकरी, सफलता, रिश्ते आदि के ना मिल पाने के कारण टूट जाते हैं।

पर दोस्तों, वक्त के साथ एक बात बड़ी दिलचस्प है, ये कभी एक सा नहीं रहता, न ही एक किसी के लिए ठहरता है। इसलिए मेरी समझ से, कुछ पल के लिए भले ही दुखी रह लो, पर इस दुख को अपने जीवन पर हावी न करो। आपका दुख कभी भी आपके जीवन का सूत्रधार नहीं होना चाहिए।

याद रखिए, हर रागिनी के बार एक दमकती सुबह ज़रूर आती है, शायद इसलिए मैथलीशरण गुप्त जी ने लिखा था….
“नर हो न निराश करो मन को”

योग दिवस पर भाषण

योग भारतीय संस्कृति की एक अनुपम देन है। ये स्वस्थ तन और मन के लिए बेहद आवश्यक है। इसके महत्व को देखते हुए साल 2015 में पहली बार अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। इस आयोजन का पहला प्रस्ताव नरेंद्र मोदी की सरकार ने साल 2014 में संयुक्त राष्ट्र में दिया था।

इस पहल को साकार बनाने के लिए पिछले आठ सालों में विश्वभर में प्रयास किए जा रहे हैं। भारत ही नहीं, चीन, कनाडा, यूएसए, आदि देशों में भी योग दिवस उत्साह के साथ मनाया जाता है। भारतीय होने के नाते योग का प्रचार, प्रसार और अभ्यास हमारा कर्तव्य है। इस योग दिवस हमें एक स्वस्थ राष्ट्र के संकल्प के साथ योग दिवस पर सक्रियता अवश्य दिखानी चाहिए।

विदाई भाषण शायरी (Farewell Speech in Hindi)

दोस्तों, विदाई (Speech Writing in hindi) एक कठिन घड़ी होती है, चाहे वो बिटिया की शादी पर हो या दफ्तर में किसी सहकर्मी की, चाहे स्कूल कॉलेज से हो या अपनी सोसायटी से। “विदाई” शब्द भावों का एक अनूठा समावेश है।


किसी अपने को दूर भेजना या उसे दूर होते हुए देखना हृदय को उद्विग्न कर देता है। पर उम्मीद की डोर हर किसी के हाथ में होती है। ये उम्मीद ही तो है जो हमें हौसला देती है कि चलो, कोई बात नहीं, अभी जानेवाला जा रहा..पर इनसे फिर कभी मिलेंगे ज़रूर।


दोस्तो, हर विदाई अपने अंदर एक नई शुरुआत ले कर आती है। इस हिसाब से विदाई को न केवल आंसुओं के हार से सजाएं बल्कि इस मौके पर मुस्कुराहट के फूल भी बरसाना न भूलें।

“ज़िंदगी की बगिया में…
कभी मिलन के पलाश लहराएंगे
कभी अपनों की चहचहाहट होगी
तो कभी बिछड़न के काटे
पग में चुभते जाएंगे”

FAQs

राजनीतिक भाषण कैसे दे?

राजनीतिक भाषण राजनेताओं पर आधारित होते हैं। ऐसे भाषण में आपका किसी राजनीतिक विचारधारा की ओर झुकाव दिखता है। साथ ही वक्ता का सामाजिक दृष्टिकोण भी दिखता है।

प्रभावशाली भाषण की प्रमुख विशेषता क्या है?

भाषण जो लोगों को दिलचस्प लगे, कम शब्दों में ही भाव स्पष्ट हों और जटिल भाषा का प्रयोग न हो तो प्रभावशाली लगता है।

हिंदी भाषण की शुरुआत कैसे करें?

सबसे पहले दर्शकों का अभिनंदन करें। मौके के लिए धन्यवाद दें। फिर किसी दिलचस्प (Speech Writing in hindi) कहानी, कविता या शायरी से अपनी बात मजबूती से रखें।

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