महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण, कारण, विटामिन डी बढ़ाने वाले आहार, फल, घरेलु उपाय, Vitamin D ki kami ke lakshan in hindi, Vitamin D deficiency in women
आज के बढ़ते हुए तेज लाइफस्टाइल में, अक्सर विटामिन डी की कमी देखी जाती है। खासकर महिलाओं में, जिसकी वजह मुख्यतः हमारा खान-पान और रहने का ढंग है। महिलाएं अक्सर घरों में या फिर अपने काम की वजह से बंद कमरों में रह जाती हैं। जिससे उन तक सूरज की रोशनी नहीं पहुँच पाती है। जो प्राकृतिक रूप से विटामिन डी का निर्माण करने में हमारे शरीर के लिए सहायक होता है। इसके साथ ही महिलाएं भरपूर मात्रा में पोषक तत्व नहीं लेती है, जिसके चलते उनके शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है.
विटामिन डी की कमी से शरीर में बहुत सी परेशानी होने लगती है, सही समय में इसका इलाज नहीं किया जाता तो समस्या और बढ़ सकती है. आइए, हम महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षणों, कारण और उसके उपाय पर विस्तार से आपको बताते हैं।
महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण
- महिलाओं में विटामिन डी की कमी से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
- विटामिन डी की कमी से महिलाओं की हड्डियों का आकार बदलने लगता है, हड्डियाँ टेढ़ी-मेढ़ी होने लगती हैं।
- बढ़ती उम्र के साथ विटामिन डी की कमी से महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस नामक हड्डियों की बीमारी हो जाती है। जिसमें हड्डियों में छेद होने लग जाते हैं।
- विटामिन डी की कमी से घुटने और कमर के दर्द जैसी समस्याएं भी महिलाओं में देखी जाती हैं।
- महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण में बालों का झरना बहुत कॉमन होता है. इसके अवाला रूखी और बेजान त्वचा, आदि जैसे लक्षण प्रायः विटामिन डी की कमी के कारण देखने को मिलते हैं।
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महिलाओं में विटामिन डी की कमी के कारण
- विटामिन डी की कमी का मुख्य कारण हमारे आहार में पोषक तत्वों की कमी का होना है।
- महिलाएं दूध, फल, पत्तेदार सब्जियां, ड्राइ फ्रूट्स आदि का सेवन सही मात्रा में नहीं करती है, जिस वजह से उनके शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है।
- महिलाओं का सूरज के प्रकाश में कम रहना। यदि महिलाएं ऑफिस या फिर घरों में ज्यादा वक़्त बिताएं तो भी उनका शरीर नैचुरल तरीके से विटामिन डी का निर्माण नहीं कर पाता है।
- ठन्डे स्थान में रहने वाली महिलाओं के अंदर विटामिन डी की कमी का होना एक बहुत आम बात है. क्यूंकि यहाँ सूर्य की किरणें सही मात्रा में नहीं पहुँच पाती हैं। जिससे कि विटामिन डी का निर्माण प्राकृतिक रूप से नहीं हो पाता है।
- कई बार हमारी स्किन सूर्य के प्रकाश में, मेलानिन के साथ प्रतिक्रिया करके पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी का निर्माण नहीं कर पाती है। जिस वजह से भी शरीर में विटामिन डी की कमी होती है.
धीरे-धीरे इस प्रकार की जीवन-शैली विटामिन डी की कमी को पैदा करती हैं। जिसका सीधा असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
महिलाओं में विटामिन डी की कमी दूर करने के उपाय
- विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए आपको अपने आहार में दूध, मोटे अनाज जैसे ओट्स, दलिया, रागी, ज्वार, बाजरा आदि का सेवन करना होगा. इसके साथ ही पनीर, मशरूम,फल, ड्राइ फ्रूट्स आदि को शामिल करना चाहिए।
- वहीं आप मांसाहारी हैं तो अंडे, मछली का तेल (कॉड लीवर ऑइल) आदि को भी अपने भोजन में ले सकते हैं।
- साथ ही किसी योग्य डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी की गोलियां भी महिलाएं ले सकती हैं।
- महिलाओं को थोड़ा समय निकाल कर धूप में भी रहना चाहिए। जिससे कि प्राकृतिक रूप से विटामिन डी का निर्माण हो सके। सुबह सुबह की धुप बहुत अच्छी होती है, आप अपनी दिनचर्चा में सुबह घुमने जरुर जाएँ, इससे शरीर को बहुत से लाभ होंगें.
- बढ़ती उम्र और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को विशेष रूप से विटामिन डी से युक्त आहार को शामिल करना चाहिए।
- वहीं आपके शरीर में विटामिन डी की कितनी मात्रा है, इसकी भी जाँच जरूर करवानी चाहिए।
- अपनी दिनचर्या में विटामिन डी युक्त आहार महिलाएं लें और कुछ समय(10-15 मिनट) धूप में अवश्य बिताएं तो विटामिन डी की कमी से खुद को बचा सकती हैं।
- साथ ही, यदि महिलाएं ऑफिस जाती हों तो इस बात का जरूर ख्याल रखें कि उनका वर्क प्लेस केवल बंद कमरे में ही ना हो। सूरज कि किरणें भी उन्हें पर्याप्त मिलती रहे। जिससे कि विटामिन डी की कमी से वो बची रहें।
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शरीर के लिए विटामिन डी की आवश्यकता
- हमारे शरीर के अच्छे स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी की आवश्यकता होती है।
- विटामिन डी जहां हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, वहीं अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी करता है। यह हमारी हड्डियों को स्वस्थ रखता है।
- विटामिन डी हमारे शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में भी मदद करता है। जोकि महिलाओं में हड्डियों की मुख्य बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करने मे सहायक होता है।
- विटामिन डी हड्डियों को शक्ति भी प्रदान करता है। जिससे कि महिलाओं को बढ़ती उम्र के साथ कई तरह की शारीरिक परेशानियों से मुक्ति दिलाता है।
- इसके अलावा विटामिन डी, त्वचा और बालों को भी स्वस्थ रखने में कारगर होता है। हड्डियों को कमजोर होने से, कमर और घुटने के दर्द में भी आराम दिलाता है।
विटामिन डी के आहार
- मुख्यतः संतरा और केला विटामिन डी की प्रचुर मात्रा वाले फल हैं।
- गाय का दूध
- अंडा
- मछली
- मशरूम
- सोया प्रोडक्ट्स
- दही
- मक्खन
- बादाम, गाजर में भी बहुत अधिक मात्रा में विटामिन डी होता है.
FAQ
विटामिन डी की कमी से क्या होता है?
प्रायः हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या है?
हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं, त्वचा और बाल रूखे हो जाते हैं।
विटामिन डी के प्राकृतिक स्त्रोत क्या हैं?
इसका मुख्य प्राकृतिक स्त्रोत तो सूर्य की किरणें होती और फल, अनाज, दूध, आदि होते हैं।
क्या विटामिन डी की गोलियां महिलाएं ले सकती हैं?
हाँ, किसी कुशल डॉक्टर की सलाह से महिलाएं इसकी गोलियां ले सकती हैं।
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