महिलाओं में एड्स के लक्षण, एड्स के लक्षण, क्यों होता है, एड्स का कारण क्या है, एड्स से बचने के घरेलू उपाय Mahilao me aids ke lakshan, HIV symptoms, causes of aids
भले ही आज हम कितने भी आगे बढ़ गए हों, लेकिन फिर भी लोग एड्स जैसी बीमारी के बारे में बात करने से कतराते है। लेकिन आज ये एक बहुत बड़ी बीमारी बन चुकी है। जिस तरह से दौर बदल रहा है उस हिसाब से नए युवक और नए युवतियां वन नाइट स्टैंड जैसे चलन के तरफ आगे बढ़ रहे है। लेकिन इस वजह से एड्स जैसी बीमारी बहुत तेज़ी से फ़ैल रही है। ऐसे में ये जानना जरुरी है कि आखिर एड्स क्या है, कैसे होता है, एड्स के लक्षण क्या है और इसका बचाव क्या है। तो चलिए शुरुआत करते हैं कि आखिर एड्स है क्या और महिलाओं में एड्स के लक्षण.
एड्स क्या है?
एड्स (AIDS) का फुल फॉर्म होता है ‘एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम’। आपकी जानकारी के लिए बता दे एड्स एचआईवी (HIV) यानी की ‘ह्यूमन इम्यून डेफिशियेंसी वायरस’ के वजह से होता है। इस HIV वायरस के वजह से ही आगे चल कर लोगों को AIDS की बीमारी हो जाती है। यह HIV वायरस शरीर के इम्युनिटी सिस्टम को कमजोर करता है। इसी कमजोरी के वजह से शरीर को कई दूसरी बीमारियां भी जकड़ लेती है।
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एड्स क्यों होता है?
इस बदलते दौर में यह जरुरी है जानना कि आखिर यह एड्स होता क्यों है। आपकी जानकारी के लिए बता दे एड्स आम तौर पर 4 कारणों के वजह से होता है। अब वो चार कारण क्या है, आइए इस पर नज़र डालते हैं।
- अगर आप किसी भी एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाते हैं तो आपको एड्स हो सकता है।
- अगर आप किसी एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गयी सिरिंज या सूई का यूज़ करते हैं तो आपको एड्स हो सकता है।
- अगर आप किसी एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति से अंग ट्रांसप्लांट कराते हैं तो आपको एड्स हो सकता है।
- साथ ही अगर एक एच.आई.वी. संक्रमित मां अपने शिशु को दूध पिलाती है, तो उस बच्चे को भी एड्स हो सकता है।
महिलाओं में एचआईवी कैसे होता है?
पुरष और महिलाओं को एचआईवी एक ही तरिके से होता है। हाँ, इन दोनों के लक्षण अलग जरूर हो सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर महिलाओं में एचआईवी कैसे होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे अगर कोई महिला किसी भी HIV संक्रमित पुरुष के साथ बिना कंडोम के संबंध बनाती है तो उसे एड्स हो सकता है। यही नहीं अगर कोई महिला एक ही सुई का बार-बार इस्तेमाल कर रही है तो भी उसे एड्स हो सकता है।
महिलाओं में एड्स के लक्षण
बात अगर लक्षण की करें तो महिलाओं में एड्स के लक्षण पुरुषों की तुलना में ज्यादा दिखाई देते है। अब वो लक्षण कौन कौन से हैं चलिए आपको इस बारे में बताते है।
पीरियड में बदलाव
आपकी जानकारी के लिए बता दे जिन महिलाओं के शरीर में एचआईवी का वायरस प्रवेश कर जाता है, उनका पीरियड साइकिल बिगड़ने लगता है। कुछ महिलाओं में तो पीरियड बिलकुल बंद हो जाते हैं। वहीं कुछ महिलाओं में सामान्य से अधिक या कम पीरियड्स जैसी समस्या हो जाती है.
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अचानक वजन घटने लगना
अगर आपको अचानक से भूख कम लगने लगी है और अचानक से वजन घटने लगा है तो आपको बिना किसी देरी के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यह भी एचआईवी का लक्षण है।
लिंफ नोड्स में सूजन होना
लिंफ नोड्स में सूजन होना एड्स का सबसे बड़ा लक्षण है। बता दे लिंफ नोड्स गर्दन में सिर के पीछे, कमर और आर्मपिट्स में होते हैं। असल में यह नोड्स इम्युनिटी सिस्टम का हिस्सा होते हैं।
शरीर में लाल रैशेज होना
शरीर में लाल रैशेज होना एचआईवी का सबसे आम लक्षण है। यह रैशेज अलग अलग होते हैं। किसी को रैशेज से खुजली होती है तो किसी को नहीं होती है।
एड्स से बचने के उपाय
अब बात करते है कि आखिर आप एड्स से क्या बचाव करें। चलिए आपको इसके बारे में डिटेल में बताते है।
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दूसरे के बॉडी फ्लूड से बचें
आप किसी भी व्यक्ति के खून या अन्य बॉडी फ्लूड से दूर रहें। मान लीजिए किसी कारणवश आपको इन के संपर्क में आना पड़ता है तो आप खुद की त्वचा को तुरंत अच्छी तरह से धोएं। ऐसे में संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।
किसी के साथ भी यौन सबंध ना बनाएं
आज कल कई सारे लोगों के साथ संबंध बनाना एक ट्रेंड बन चूका है। अगर आप भी इसी ट्रेंड का हिस्सा है तो इससे बचे। आप एक से अधिक व्यक्ति से यौन संबंध ना रखें। साथ ही अपने पार्टनर के प्रति वफादार रहे।
ड्रग्स के इन्जेक्शन और नीडल शेयर ना करें
नौजवनों के बीच ड्रग्स तो जैसे आम बात हो गयी है। कई सारे देशों में ड्रग्स के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सिरिंज को लोग एक साथ शेयर करते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो इससे बचें। क्योंकि इसे एचआईवी फैलने का मुख्य कारण माना जाता है।
यौन संबंध बनाते वक़्त करें कंडोम का इस्तेमाल
अगर आप भी एड्स जैसी भयंकर बीमारी से बचना चाहते हैं तो कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।
किसी अनजान से रक्त ना लें
अगर आपको खून की जरूरत है तो भी आप किसी अनजान व्यक्ति से खून ना लें। ध्यान रखें कि हमेशा खून लेने से पहले खून की जांच कराएं।
नोट: ऊपर दी गई जानकारियां इंटरनेट से ली गई हैं। किसी भी उपाय या सलाह को मानने से पहले डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।
FAQs
महिलाओं में एचआईवी के लक्षण क्या हैं?
पीरियड में बदलाव आना,वजन कम होना, पेट में हमेशा कोई समस्या रहना, लिंफ नोड्स में सूजन,हमेशा बुखार रहना, हमेशा नींद आना, बॉडी में हर जगह रैशेज होना आदि।
महिलाओं को एड्स कैसे होता है?
किसी भी एचआईवी संक्रमित पुरुष के साथ यौन संबंध बनाने पर महिलाओं को एड्स हो सकता है।
एचआईवी मरीज कितने साल तक जिंदा रह सकता है?
आपकी जानकारी के लिए बता दे एड्स एचआईवी की तीसरी और आखिरी स्टेज है। ऐसे में एड्स होने से पहले एक व्यक्ति करीब 10 से 15 साल तक एचआईवी वायरस के साथ जीवित रह सकता है।
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