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दोस्तों, आज के लेख में हम आपको स्वतंत्रता दिवस पर भाषण यानि Independence Day Speech in Hindi देने जा रहे हैं। जल्द ही हमारा देश स्वतंत्रता के 77 वें वर्ष प्रवेश करेगा। हर बार की तरह आनेवाला 15 अगस्त हम सभी भारतवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये दिन असंख्य बलिदानियों के देश के प्रति निस्वार्थ समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। साथ ही स्वतंत्रता दिवस हमें इस बात को याद दिलवाता है कि हम भारतवासियों को राष्ट्र हित में सदैव ही प्रयासरत रहना चाहिए और इस महान संस्कृति का रक्षण भी करना चाहिए।

तो आइए, स्वतंत्रता दिवस पर कुछ प्रभावशाली भाषणों (स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 2023) पर एक नज़र डालते हैं। आपसे अनुरोध है कि आप इस लेख को अंत तक पढ़ें और इसका लाभ उठाएं।

यहाँ पढ़ें : स्वतंत्रता दिवस के लिए फिल्में 

Independence Day Speech for Kids (15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में 2023)

दोस्तों अक्सर छात्र/छात्राओं को स्कूल, कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस Independence Day Speech in Hindi पर भाषण देना पड़ता है। इस लिहाज़ से हम उनकी मदद करने के लिए भाषण का एक नमूना ले कर आए हैं:

“सुप्रभात! आदरणीय शिक्षकगण एवं मेरे प्रिय सहपाठियों,

स्वतंत्रता दिवस के इस महत्वपूर्ण और गौरवांवित करनेवाले अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएं। 15 अगस्त का दिन हम सभी भारतवासियों को उन असंख्य वीर बांकुरों की याद दिलवाता है जिन्होंने राष्ट्र की गरिमा और हित के लिए अपने जीवन की आहुति दे दी।  साथ ही  स्वतंत्रता दिवस इस तथ्य की ओर इंगित करता है कि देश और इसकी कालजयी संस्कृति के रक्षण की ज़िम्मेदारी अब हमारी है। हमारा ध्यान इस ओर होना चाहिए कि हमने देश की तरक्की में किस तरह योगदान दिया है। इसके वैभव एवं संपदा को संजोए रखने के लिए किस तरह अपने कदम बढ़ाएं हैं। हमारा जीवन किस प्रकार देश के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है!

मेरे विचार में, अगर हम देश की बजाय केवल स्वयं के लिए जी रहे हैं तो हमारा आचरण स्वार्थ से भरा है। यहां मैं कवि गया प्रसाद की एक पंक्ति दोहराना चाहूंगा/चाहूंगी: 

“जो भरा नहीं है भावों से

बहती जिसमें रसधार नहीं

वो हृदय नहीं वो पत्थर है

जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं..”

दोस्तो, अपनी बात का अंत करने से पहले मैं इतना कहना चाहूंगी/चाहूंगा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एकदिवसीय समारोह नहीं है। ये दिन देश के प्रति हमारे कर्तव्यों का प्रतीक है। हमारे पूर्वजों ने बड़ी ही हिम्मत और मेहनत से हमें एक स्वतंत्र जीवन का उपहार दिया है। अतः भारत देश की गरिमा और सुरक्षा को बनाए रखना हमारा कर्तव्य होना चाहिए, और इस कर्तव्य का निर्वहन प्रतिदिन होना चाहिए। अन्यथा केवल एक दिन राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रभक्तों को याद करना बेईमानी होगी।

यहाँ पढ़ें: स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

जय हिंद, जय भारत”

Independence Day Speech for Teachers 

दोस्तों स्कूल कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षकों को भी सभा को संबोधित करना होता है। ऐसे में हम उनके लिए भी Independence Day Speech in Hindi ले कर आए हैं:

“सुप्रभात, मेरे प्रिय शिष्यों

हमारा राष्ट्र स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मना रहा है। आज का दिन भारतीय इतिहास में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। ये स्वतंत्रता हमारे पूर्वजों के द्वारा हमें दी गई एक धरोहर है। वो कहते हैं ना पिंजड़े में कैद पंछी से अधिक पीड़ा में और कोई नहीं होता, यानि स्वतंत्रता का मोल उनसे पूछो जो बेड़ियों में बंधे हैं। बच्चों, आज का दिन हमें उन असंख्य बलिदानियों के अथक प्रयास और अडिग इच्छाशक्ति की बदौलत मिल पाया है। क्रूर आक्रांताओं ने भारत की जड़ों को हिलाने के अनवरत प्रयास किए, परंतु भारत के वीरों ने उनके इरादे मिट्टी में मिला दिए।

आज भले ही हम में से कई इस स्वतंत्रता का मोल समझ न पाएं, परंतु कभी अपनी धरती पर खुल कर जीना भी लोगों का सपना हुआ करता था। इसलिए, आज मैं आप सभी से अनुरोध करना चाहूंगी/चाहूंगा कि इस दिन के महत्व को अपने जीवन के हर दिन समझे और स्वीकारे। प्यारे बच्चों, आप इस देश का भविष्य हैं। इसलिए अपने कर्म और प्रयास को देश हित में लगाना, तभी तुम्हारा जीवन पूर्णतया सफल बन पाएगा।

जय हिंद”

पढ़ें: Independence Day Anchoring Script in Hindi

15 अगस्त पर छोटा भाषण

दोस्तो, अगर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आपको भाषण Independence Day Speech in Hindi देना पड़े तो आप इस नमूने का इस्तेमाल कर सकते हैं:

स्वतंत्रता दिवस के इस महत्वपूर्ण और गौरवान्वित अवसर पर मैं आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ। 15 अगस्त का दिन हम सभी भारतवासियों के मन में उन असंख्य वीर जवानों की याद जगाता है, जिन्होंने अपने जीवन की आहुति देकर देश की गरिमा और हित के लिए संघर्ष किया है। 

स्वतंत्रता दिवस हमें यह बताता है कि अब देश और उसकी संस्कृति की संरक्षण की जिम्मेदारी हमारी है। हमें इस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि हमने देश के विकास में कैसा योगदान दिया है, कैसे हमने उसकी महिमा और सम्पदा को संजोया है। हमारा जीवन ऐसा होना चाहिए जो देश के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है!

15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के दिन हमारे हृदय में वीरता, समर्पण, और देश के प्रति कुछ कर गुजरने की प्रबल भावना जागृत होती है, क्योंकि इस दिन हम उन महान आत्माओं को याद करते हैं जिन्होंने अथक संघर्ष, दृढ़ निश्चय और प्राणों की आहुति दे कर हमें ये स्वतंत्रता दिलाई।

स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए वीर सपूतों की बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा का स्मरण करते हुए, हमें गर्व की अनुभूति होती है क्योंकि ये वीर हमारे प्रेरणास्त्रोत हैं। उनका त्याग और समर्पण हमें एक जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है। उनके संघर्ष और कड़ी मेहनत ने हमें स्वतंत्रता के महत्व को समझाया है।

स्वतंत्रता दिवस हमें यह बताता है कि हमारी स्वतंत्रता कितनी कीमती है। इस आज़ादी का अनुभव कर पाना किसी सौभाग्य से कम नहीं। इस आज़ादी को हमें किसी धरोहर की तरह संजो के रखना होगा। स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए हमें अपनी गौरवशाली संस्कृति के वैभव को बनाए रखना होगा ताकि कोई भी इसकी गरिमा को चोट पहुंचाने की कोशिश न करे। स्वतंत्रता दिवस का असल महत्व उस दिन बढ़ेगा जब देश का हर नागरिक इस पुण्य धरती की गरिमा और सुरक्षा के लिए तत्पर होगा।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कुछ स्वरचित पंक्तियां बोलना चाहूंगा:

“नमन है भारत की पावन भू को

 नमन है सांस्कृतिक उत्सव के समूह को..

है सर्वस्व समर्पित मातृ भूमि तुझ को

है अर्पित जीवन का हर क्षण तुझ को”

यहाँ पढ़ें: स्वतंत्रता दिवस पर शायरी

तो आइए दोस्तों, स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर देश के प्रति एकनिष्ठ कर्तव्यपालन की प्रतिज्ञा लें। आइए, आज मिल कर हम अपने स्वर्णिम इतिहास को याद करें। इतिहास में हुई गलतियों से सीख लें और महत्वपूर्ण उदाहरणों को प्रेरणा का श्रोत बनाएं। आज देश का हर नागरिक भारत माता के चरणों में स्वयं को समर्पित करे। याद रखें ऐसी बातें सिर्फ़ हमारे किताबों तक ही सीमित न हों, इनकी सीख हमारे आचरण में भी शामिल हों, तभी स्वतंत्रता दिवस का औचित्य सिद्ध होगा…

स्वतंत्रता पर कविता हिंदी में

दीर्घ काल तक भारत भू ने

परतंत्रता की पीड़ सही

स्वर्ण साम्राज्य में निज के

उद्दण्डों की भारी भीड़ सही 

कभी सौहार्द्र को देने चुनौती 

लुटेरे पार से आते थे

कभी व्यापारियों का भेष धरे

कुछ घुसपैठिये डेरा जमाते थे

कालचक्र के चक्रवात में 

दारिद्र्य का चौड़ा था कपाट हुआ 

नियति भी हुई अचंभित,

जब थे यहाँ ‘मानव रचित’ अकाल पड़े

कलाक्षेत्र गए थे उजड़, खण्डित विरासत

भू वासी के अस्तित्व पर विकट प्रश्न खड़े

विश्र्व गुरू का अलंकरण धूमिल 

जान तब पड़ता था,

जब देश का बच्चा बच्चा, फिरंगियों 

की ‘दया’ से अपना पेट भरता था

मनोबल का जैसे कूच था हो चुका

आत्मबल का बोध भी मानस पर,

तब था कहाँ रूका!

अपनी ही वसुधा पर कठपुतलियां बन

शासक निर्देश माना करते थे

जिन्होंने विरोध का शिविर लगाया,

उनके घाती कुछ ‘अपने’ ही बन उभरते थे!

‘स्वतंत्रता’ के आलिंगन बिन अपना 

अस्तित्व अधूरा है

इस तथ्य का बोध करवाने को

असंख्य बलिदानों का मोल लगा

तब जाकर ‘स्वतंत्रता’ की कमली का

भारत भू पर चोल लगा

ये 15 अगस्त एक दिनांक नहीं 

अपितु आभार व गर्व की अनुभूति है

देने को हमें यह दिन और दिखाने को

अखण्ड अक्षुण्ण अमर भारत का मार्तण्ड 

न जानें कितनी पड़ी प्राण सिंचित आहुति है!

-प्रज्ञा

दोस्तो, उम्मीद है आपको Independence Day Speech in Hindi पर दी गई प्रस्तुति आपको पसंद आई होगी। ऐसे और भी लेखों के लिए हमारी साइट पर ज़रूर आएं।

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