Akshaya tritiya in hindi 2023 अक्षय तृतीया पर क्या खरीदना चाहिए, कथा, तिथि, विवाह मुहूर्त, कब है, टोटके, महत्व, शुभेच्छा quotes, story, importance, date and time
अक्षय तृतीया भारत के प्रसिद्ध पर्वो में से एक है। अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) का त्यौहार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन मनाया जाता है।
ग्रंथो के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते है ,उनका अच्छा फल मिलता है। इस कारण से इस दिन को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। इसे भारत के कुछ राज्यों में आखा तीज़ के नाम से भी जाना जाता है।
![Akshaya Tritiya in Hindi](https://bindaswomaniya.com/wp-content/uploads/2023/04/Akshaya-Tritiya-in-Hindi.jpg)
अक्षय तृतीया का महत्व (Akshaya Tritiya Importance in Hindi)
अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) हिन्दू पंचांग के अनुसार सबसे सुबह महूर्त माना जाता है। ऐसा माना जाता है की अक्षय तृतीया वाले दिन बिना पंचांग देखे कोई शुभ या मांगलिक कार्य आसानी से किया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त पुराणों में ऐसा भी उल्लेख है की अक्षय तृतीया के दिन पितरों को किया गया तर्पण भी सिद्ध हो जाता है। इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व होता है।
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अक्षय तृतीया कथा (Akshaya Tritiya Storyin Hindi)
अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) के सम्बन्ध में प्रचलित कथा इस प्रकार है –
पुराणों के अनुसार प्राचीन काल में एक नगर में धर्मदास नमक एक निर्धन व्यक्ति रहता था। धर्मदास अपनी गरीबी के कारण अपने परिवार का भरण पोषण भी बड़ी मुश्किल से कर पाता था।
धर्मदास बहुत ही धार्मिक प्रवृति का व्यक्ति था। वह देवताओं और ब्राह्मणों के प्रति आदर सम्मान का भाव रखता था।
एक बार धर्मदास को एक ब्राह्मण ने अक्षय तृतीया का महत्व सुनाया। धर्मदास अक्षय तृतीया के महत्व से बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ। इसके पश्चात जब अक्षय तृतीया का पर्व आया तो धर्मदास ने माँ गंगा में स्नान किया और देवी देवताओं का विधि विधान पूर्वक पूजन करने के पश्चात गरीबों को दान दिया। धर्मदास ने अपनी सामर्थ्य के अनुसान जल से भरे घड़े , पंखे , जौ , चावल , नमक , गेहूं , गुड़ , घी आदि का दान किया।
दान करने के पश्चात् धर्मदास ने अपने पितरों का तर्पण भी किया। अब धर्मदास प्रतिवर्ष अक्षय तृतीया का पूजन व् दान विधि विधान से करने लगा।
धर्मदास की पत्नी धर्मदास को पूजन व् दान करने से रोकती थी परन्तु धर्मदास अपने नियम अनुसार पूजन व् दान किया करता था।
अपने धर्म कर्म के कारण धर्मदास मोक्ष को प्राप्त हुए और अगले जन्म में कुशावती राज्य के राजा बने थे।
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अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है (Akshaya Tritiya Celebration Reason )
अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) दान पुण्य करने के लिए सबसे उत्तम दिन माना जाता है। इस पर्व को मानाने के कई कारण है जैसे की
भगवान् परशुराम का जन्म
इस पर्व को भगवान् परशुराम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। अक्षय तृतीया के दिन भगवान् परशुराम का जन्म ऋषि जमदग्नी और माता रेणुका के घर हुआ था। भगवान् परशुराम भगवान् विष्णु के ही रूप है। इस लिए इस दिन भगवान् विष्णु और भगवान् परशुराम की पूजा होती है।
माँ गंगा का पृथ्वी पर अवतरण
पुराणों के अनुसार ऐसा कहा जाता है की अक्षय तृतीया के दिन ही पृथ्वी पर माँ गंगा का अवतरण हुआ था। इस कारण से भी अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है
माता अन्नपूर्णा का अवतरण
अक्षय के तृतीया के दिन माता अन्नपूर्णा अवतरित हुई थी। इस दिन माता अन्नपूर्णा की पूजा की जाती है।
सतयुग व् त्रेता युग का अंत
पुराणों के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन ही सतयुग व् त्रेतायुग का अंत हुआ था। इस कारण से भी इस दिन को मनाया जाता है।
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अक्षय तृतीया पर क्या करें (Things to do on Akshaya Tritiya)
पूजा पाठ करें
अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) के दिन पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है। इस दिन किये गए पूजा पाठ का फल इस जन्म व् अगले जन्म में भी प्राप्त होता है।
दान पुण्य करें
अक्षय तृतीया के दिन दान पुण्य का विशेष महत्व है। घड़ा , पंखा , चावल , नमक , घी , फल , कपड़े आदि दान करने का विशेष महत्व होता है।
गंगा स्नान
इस दिन गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए। ऐसा माना जाता है की अक्षय तृतीया वाले दिन गंगा स्नान करने से सभी पाप नष्ट हो जाते है।
ब्राह्मणों को भोजन कराएं
अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) के दिन ब्राह्मणों व् जरूरत मंद गरीबो को भोजन अवश्य करवाना चाहिए। इससे माता अन्नपूर्णा की कृपा सदैव बानी रहती है।
शुभ व् मांगलिक कार्यो की शुरुआत
अक्षय तृतीया के दिन सभी शुभ व् मांगलिक कार्यो की शुरुआत की जाती है जैसे की विवाह , गृह प्रवेश आदि । ऐसा कहा जाता है की इस दिन बिना पंचांग देखे कोई भी शुभ कार्य आसानी से किया जा सकता है।
अक्षय तृतीया 2023 विवाह महूर्त (Akshaya Tritiya Vivah Muhurat 2023 )
वर्ष 2023 में अक्षय तृतीया (akshaya tritiya in hindi) का पर्व 22 को अप्रैल को मनाया जायेगा। इस दिन कोई भी शुभ व् मांगलिक कार्य किया जा सकता है। 22 अप्रैल 2023 शनिवार के दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए शुभ महूर्त सुबह 0 7 : 49 से दोपहर 12 : 20 तक का होगा। इसके अतिरिक्त विवाह का शुभ महूर्त पुरे दिन के लिए होगा।
Akshaya Tritiya Offers 2023
अक्षय तृतीया के अवसर पर कई ऑनलाइन ऑफर्स मौजूद हो सकते हैं। ऐसे में आप अपने और अपने प्रियजनों के लिए खूब सारी शॉपिंग कर सकते हैं।
Akshaya Tritiya Wishes in Hindi
अक्षय तृतीया के अवसर पर अपने प्रियजनों को ऐसे संदेश भेजें:
“सफलता रहे अंबर सम अनंत
आपकी खुशियों का न हो अंत
अक्षय तृतीया का त्योहार बनाए आपको
धन धान्य से परिपूर्ण
आपके दीर्घ स्वप्न हो जाएं जीवंत”
“घर में रहे रौनक
खुशियों का रहे अंबार
आया मौका सुख समृद्धि का
आया अक्षय तृतीया का पावन त्यौहार”
अक्षय तृतीया टोटके (Akshay Tritiya Totke)
दोस्तों, अक्षय तृतीया एक शुभ दिन है। जानकारों की मानें तो अगर इस दिन आप कुछ टोटके या उपाय करेंगे तो आपकी दोगुनी तरक्की होगी:
- इस दिन 108 मखानों की माला बनाएं। फिर से मां लक्ष्मी को अर्पित कर दें।
- इस दिन सुहागिनों को सिंदूर दान करने की सलाह दी जाती है जिससे दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहता है।
- एक मुट्ठी पीला सरसों लें। इस सरसों को मां लक्ष्मी को अर्पित कर दें। ऐसा करने से माता की कृपा आप पर बनी रहेगी।
FAQs
अक्षय तृतीया के दिन क्या ना करें ?
अक्षय तृतीया के दिन नया जनेऊ धारण नहीं करना चाहिए।
अक्षय तृतीया के दिन क्या खाना चाहिए ?
अक्षय तृतीया के दिन मूंग की दाल व् खिचड़ी खाने का अधिक महत्व होता है।
अक्षय तृतीया के दिन क्या दान करने का अधिक महत्व है ?
जौ ।
अक्षय तृतीया के दिन किसकी पूजा करें ?
भगवान् विष्णु और माता लक्ष्मी।
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