Vastu Tips in Hindi, वास्तु टिप्स फॉर किचन, वास्तु टिप्स फॉर बैडरूम, घर में शांति कैसे रखें, Best vastu for home
वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति का एक प्राचीन शास्त्र है जिसकी मदद से निर्माण कला में मदद मिलती है। इसका सही प्रयोग घर, दफ्तर आदि स्थलों पर सुख और शांति प्रदान करता है। वास्तु शास्त्र की मदद हम घर की दिशा, रंग, संरचना, आदि से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। आज के इस लेख में हम Vastu Tips in Hindi ले कर आए हैं। उम्मीद हैं आपको ये जानकारियां रोचक लगेंगी।
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Vastu Tips in Hindi
- दक्षिण-पूर्व मुख: अपने घर का मुख दक्षिण-पूर्व की ओर होना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि सूर्य की ऊर्जा इस दिशा से आती है।
- घर की पूजा स्थल: घर में पूजा स्थल को साफ और सुंदर रखें।
- किचन की दिशा: रसोई को दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाएं।
- घर की दरवाजा: घर की मुख्य दरवाजा उत्तर या पूर्व की ओर होना चाहिए।
- वर्ण और वास्तुशास्त्र: घर का रंग और वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों के साथ मेल खाने चाहिए।
- वास्तु दोष निवारण: यदि आपके घर में वास्तु दोष हैं, तो वास्तु निवारण के उपायों का अनुसरण करें, जैसे कि दोषमुक्ति के लिए विशेष यंत्र या पूजा का आयोजन।
- घर में पौधे: घर में पौधों को रखने से सुख-शांति बनी रहती है।
- कैश काउंटर की दिशा: कैश काउंटर को पूर्व या उत्तर दिशा में रखने के बारे में विचार करें, क्योंकि इसका व्यापार में लाभकारी प्रभाव होता है।
- सफाई और सुरक्षा: घर को सफाई और सुरक्षित रखें, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
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Kitchen Vastu Tips in Hindi
- दिशा (Direction): रसोई को दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाएं, यह वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ मानी जाती है, क्योंकि इसमें सूर्य की ऊर्जा पाई जाती है।
- रसोई का बंदरक: रसोई का बंदरक (दरवाजा) उत्तर या पूर्व की ओर होना चाहिए।
- गैस स्टोव: गैस स्टोव को उत्तर-पूर्व की ओर रखें, ताकि वास्तु के अनुसार रसोई कार्यों में सफलता हासिल हो सके।
- सिंक (Sink): सिंक को उत्तर-पश्चिम या पश्चिम दिशा में रखें।
- आप्लायंसेस (Appliances): रसोई में गैस स्टोव, माइक्रोवेव, और अन्य एप्लायंसेस को नियमित रूप से सही स्थान पर रखें.
- रंग और वास्तुशास्त्र: रसोई के रंगों को ध्यानपूर्वक चुनें, और वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों के साथ मेल खाएं।
- वास्तु दोष निवारण: यदि आपकी रसोई में वास्तु दोष है, तो उनको दूर करने के लिए वास्तु निवारण के उपाय करें, जैसे कि धातु के यंत्र या पूजा का आयोजन।
- साफ़-सुथरी रखना: रसोई को हमेशा साफ और सुथरा रखें, क्योंकि यह सुख-शांति और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- अच्छा वेंटिलेशन: रसोई में अच्छा वेंटिलेशन होना चाहिए ताकि वायु प्रवाह हमेशा अच्छा रहे।
- पौधों और सुगंधित पदार्थों का प्रयोग: रसोई में पौधों और सुगंधित पदार्थों का प्रयोग करें, क्योंकि ये सुखद वातावरण बनाते हैं।
Bedroom Vastu Tips in Hindi
- दिशा : अपने बेडरूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनाने का प्रयास करें, क्योंकि यह वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ मानी जाती है।
- बेड की स्थिति: अपने बेड को दीवार के साथ रखें और आपके सिर दक्षिण या पूर्व की ओर होनी चाहिए।
- बेड की हाइट: अपने बेड की ऊँचाई को ऐसे रखें कि आपके पैर बेड से थोड़ी ऊँचाई पर रहें।
- दीवारों का रंग: बेडरूम की दीवारों के लिए नीला, हरा, या गुलाबी जैसे रंग चुनें।
- बेडरूम की सफाई: अपने बेडरूम को हमेशा साफ और सुथरा रखें, क्योंकि यह सुख-शांति और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- ड्रेसिंग टेबल और आलमारी: ड्रेसिंग टेबल और आलमारी को सुनिश्चित करें कि वे साफ और व्यवस्थित हों।
- वास्तु दोष निवारण: यदि आपके बेडरूम में वास्तु दोष हैं, तो उन्हें दूर करने के लिए वास्तु निवारण के उपाय करें, जैसे कि वास्तु प्यरमिड या धातु के यंत्र।
- बेडरूम की चादर : बेडरूम की चादर के रंग ऐसे चुनें जो मन को शांत करें।
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Office Vastu Tips in Hindi
- दिशा: कार्यालय को उचित दिशा में बनाएं। दक्षिण-पूर्व दिशा कार्यालय के लिए शुभ मानी जाती है।
- मुख्य द्वार: कार्यालय का मुख्य द्वार उत्तर, पूर्व, या पूर्व-उत्तर की ओर होना चाहिए।
- कार्यालय के स्थान: कार्यालय को शोर-शराब से दूर रखें और एक शांत स्थान पर बनाएं।
- मुख्य कार्यस्थल: कार्यालय के मुख्य कार्यस्थल को उचित दिशा में स्थित करें, और कर्मचारियों की स्थिति को सबसे उत्तम रूप से विचार करें।
- बैठक क्षेत्र: बैठक क्षेत्र को उचित स्थिति में रखें।
- कार्यालय की दिशा: कार्यालय के आसपास की दिशा को साफ और व्यवस्थित रखें, ताकि ऊर्जा का संचार हो सके।
- साफ़-सुथरा: कार्यालय को हमेशा साफ़ और सुथरा रखें, और बेकार सामग्री को बाहर निकालें।
- वास्तु दोष निवारण: यदि कार्यालय में वास्तु दोष है, तो उन्हें दूर करने के लिए वास्तु निवारण के उपाय करें, जैसे कि वास्तु प्यरमिड या कुछ धातु के यंत्र।
नोट: ऊपर दी गई जानकारियां इंटरनेट से ली गई हैं। इन्हें व्यवहार में लाने से पहले किसी जानकार से परामर्श लेना ना भूलें।
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