Bhangarh Fort History in Hindi: भानगढ़ किला का इतिहास, जानिए भूत का पूरा सच

भानगढ़ की हवेली, भूत का सच, राजकुमारी रत्नावती, इतिहास, कहाँ स्थित है, कहानी Bhangarh ki sacchi ghatna, bhangarh fort history in Hindi, Haunted, real, horror story, visiting time

दोस्तों, भारत विविधताओं का देश है। यहां खान पान, त्योहार, रस्म, रिवाज़, तौर तरीके, पहनावा आदि तो कई किस्म के हैं हीं। पर साथ ही साथ यहां ऐसी कई सुंदर और आश्चर्यजनक जगहें भी हैं जिन्हें देख कर या इनकी कहानियां सुन कर लोग हक्के बक्के रह जाते हैं। इन्हीं जगहों में से एक है भानगढ़ का किला Bhangarh Fort History in Hindi। 

भानगढ़ का किला भारत की रहस्यमयी जगहों में से एक है। इस किले को भूतिया भी माना जाता है। कहा जाता है कि सूरज ढलने के बाद इसके आसपास कोई नहीं जाता। पर ऐसे भी कुछ लोग हैं जो भानगढ़ किले की भूतिया कहानियों पर विश्वास नहीं करते।

दोस्तो, अगर आप भी भानगढ़ के किले की सच्चाई जानने को इच्छुक हैं तो ये लेख आपके लिए रोचक रहेगा। हम यहां आपको भानगढ़ के किले से जुड़ी रौंगटे खड़े कर देनेवाली कहानी बताने जा रहे हैं।

भानगढ़ का किला बताइए (Bhangarh Fort Details in Hindi)

कहां हैराजस्थान के अलवर जिले में 
किला किसने बनवायाआमेर के राजा माधो सिंह
कैसे जाएसड़क, रेलवे या वायु मार्ग से
प्रवेश शुल्क25₹ (भारतीय) 200 ₹ (विदेशी)
प्रवेश समय सुबह 6 से शाम 6

यहाँ पढ़ें: कम बजट में घूमने वाली जगह

भानगढ़ का किला कहां है?

दोस्तो, भानगढ़ का किला Bhangarh Fort History in Hindi भारत के राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। ये किला सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के पास है।

भानगढ़ का किला सैलानियों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा है। “भूतहा किला” के नाम से प्रसिद्ध भानगढ़ किला अपने अनसुलझे रहस्य के लिए जाता है।

भानगढ़ का किला क्यों प्रसिद्ध है?

राजस्थान भारत की सुंदर जगहों में से एक है। यहां एक से बढ़ कर दर्शनीय स्थल हैं। इन्ही में से एक है भानगढ़ का किला। भानगढ़ का किला अपनी संरचना से अधिक अपनी कहानियों के चलते अधिक चर्चित है:

  • कहा जाता है कि शाम को यहां का नज़ारा डरावना होता है। इसे हांटेड प्लेसेज में से एक है। खास बात है कि इस किले का चौकीदार भी एक किलोमीटर दूर पर रहता है।
  • भानगढ़ के किले में कुछ मंदिर भी मौजूद हैं जिनकी नक्काशी देखने लायक है।
  • इन मंदिरों में भगवान सोमेश्वर मंदिर, केशव राय मंदिर, मंगला देवी मंदिर, गोपीनाथ मंदिर आदि शामिल हैं।
  • भानगढ़ के किले की शुरुआत हनुमान जी के मंदिर से होती है। ये मुख्य द्वार पर है। इसके बाद किले परिसर का बाजार है।
  • फिर यहां आपको पुराना राजमहल और अन्य मंदिर दिखेंगे। दोस्तो, यहां एक बावड़ी भी मौजूद है।

भानगढ़ का इतिहास (Bhangarh Fort History in Hindi)

भानगढ़ का किला मध्यकालीन कला का एक शानदार उदाहरण है। ये किला 17 वीं शताब्दी में बनाया गया था। कहा जाता है कि इस किले का निर्माण आमेर के राजा माधो सिंह द्वारा करवाया गया था। इस किले को उन्होने अपने छोटे भाई मान सिंह के लिए बनाया था। 

खास बात है कि भानगढ़ का किला चारों तरफ से पहाड़ों के बीच है। यहां सूर्य अस्त होने के बाद कोई आता जाता नहीं है। दोस्तो, पूरे भारत में भानगढ़ का किला भूतिया जगहों में से एक माना जाता है। ऐसी कई कहानियां मौजूद हैं जिससे पता चलता है कि यहां शाम को घूमने आए कई लोग कभी लौट कर नहीं आए।

यहाँ पढ़ें: कुलधरा गांव का रहस्य

भानगढ़ की कहानी

पहली कहानी:

  • कहा जाता है कि भानगढ़ की भूतिया कहानी Bhangarh Fort History in Hindi वहां की राजकुमारी रत्नावती से जुड़ी है।
  • रत्नवती एक बेहद सुंदर महिला थीं। उनकी सुंदरता पूरे राज्य में चर्चित थी। देश भर से राजकुमारी के पास विवाह के लिए बड़े बड़े प्रस्ताव आने लगे।
  • पर राजकुमारी के बुरे दिन तब शुरू हुए जब सिंधु सेवड़ा नामक एक तांत्रिक उसके रूप पर मोहित हो गया।
  • उसने राजकुमारी को पाने के लिए तंत्र मंत्र का प्रयोग किया। पर ये तंत्र उल्टा पड़ गया।
  • तांत्रिक अपने तंत्र के चलते मर गया पर जाते जाते उसने किले के लोगों को श्राप दिया।
  • उसके श्राप के चलते किले में मौजूद लोगों की मृत्यु हो गई।
  • और उनकी आत्माएं आज भी वहीं कैद है।
  • मौजूदा स्थिति की बात करें तो एएसआई इस किले की देख रेख करती है।
  • और आज भी यहां सूर्योदय से पूर्व और सूर्यास्त के बाद यहां किसी के आने या जाने की अनुमति नहीं है।

दूसरी कहानी:

  • दोस्तों भानगढ़ के साथ और भी कहानी जुड़ी है।
  • बताया जाता है कि आज जहां भानगढ़ का किला है, कभी वो ज़मीन एक साधु की थी।
  • राजा ने किला बनवाने के लिए वो ज़मीन साधु से मांगी। 
  • जमीन देने से पहले साधु ने शर्त रखी कि किले का निर्माण तो करवा लें पर इस किले की छाया उसके घर पर न पड़े।
  • कहा जाता है कि किले की निर्माण के बाद किले की छाया उस साधु के घर पर पड़ने लगी।
  • इसका परिणाम ये हुआ कि साधु ने क्रोध में आकर एक श्राप दे दिया।
  • इस श्राप के प्रभाव से भानगढ़ का किला पूरी तरह बर्बाद हो गया।
  • इस घटना के बाद से ही भानगढ़ के किले को भूतिया कहा जाने लगा।
  • कुछ लोग आज भी ये बतलाते हैं कि भानगढ़ के किले से रोने, चूड़ियां तोड़ने, और महिलाओं के रोने की आवाज़ सुनाई देती है।
  • कई आगंतुकों को ऐसा भी महसूस हुआ है जैसे हर वक्त कोई साया उनके पीछे चल रहा हो।
  • लोग बताते हैं कि भानगढ़ के खंडरों में मौजूद भूत एक घेरे में रहते हैं। 

भारत मे भूतिया जगह जिनके किस्से सुन कर कांप जाएंगे आप

क्या भानगढ़ में भूत है?

भानगढ़ Bhangarh Fort History in Hindi में भूत है या नहीं ये आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ लोग मानते हैं कि भानगढ़ के खंडर में आज भी श्राप के कारण आत्माएं भटकती हैं। हालाकि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस तथ्य को महज़ अफवाह मानते हैं।

पर भारतीय पुरातत्व विभाग संरक्षित भानगढ़ किले में सूर्यास्त के बाद किसी को आने जाने नहीं दिया जाता है।

भानगढ़ कैसे जाए?

भानगढ़ आप सड़क, रेलवे या वायु मार्ग से पहुंच सकते हैं:

  • भानगढ़ का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जयपुर है। 
  • अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो आपको दौसा रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा। हालांकि जयपुर रेलवे स्टेशन से भी वहां पहुंचा जा सकता है। 
  • सड़क से आप दिल्ली की ओर से जयपुर, अलवर होते हुए जा सकते हैं।

FAQs

भानगढ़ का किला किसने बनवाया?

आमेर के राजा माधो सिंह


भानगढ़ कैसे उजाड़ हुआ?

एक तांत्रिक के श्राप के कारण।

राजकुमारी रत्नावती कौन थी?

भानगढ़ की राजकुमारी

भानगढ़ का किला भूतिया क्यों माना जाता है?

किले से जुड़ी कई कहानियां है जिनके हिसाब से आज भी वहां आत्माएं मौजूद हैं।

अन्य पढ़े:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top